सेवानिवृत्ति पर विद्यालय परिवार ने दी विदाई

अलीगढ़। सरस्वती विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल, खैर रोड में नवीन सत्र के प्रारंभ पर हवन का आयोजन किया गया एवं विद्यालय के दो आचार्य मदन मोहन शर्मा एवं सुभाष शर्मा का विदाई समारोह भी किया गया जिसमें दोनों आचार्यों को विद्यालय परिवार द्वारा विदाई दी गई।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रबंधक डॉ. राजीव अग्रवाल, स्मिता अग्रवाल, उपप्रबंधक राजा बाबू, कोषाध्यक्ष सुदेश कुमार गौड़, प्रांतीय समिति प्रतिनिधि दयाल जी, प्रधानाचार्य यशवीर सिंह एवं अशोक कुमार ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन किया। तत्पश्चात सामूहिक रूप से हवन किया गया।
उप प्रधानाचार्य अशोक कुमार ने सभी आगंतुक अतिथियों का परिचय कराया।
प्रबन्धक डॉ. राजीव अग्रवाल ने कहा कि विद्यालय में रहते हुए दोनों आचार्यों ने अपना बहुमूल्य समय दिया है। ये दिनों रिटायर्ड हुए हैं हैं टायर्ड नहीं हुए हैं। मुझे विश्वास है सेवानिवृत्त होते हुए ये अपनी दिनचर्या को व्यवस्थित रखेंगे। इस अवसर पर विद्यालय के उप प्रबंधक राजाबाबू वार्ष्णेय ने कहा कि सेवानिवृत्ति के बाद सामाजिक जीवन से जुड़े रहना चाहिए। इससे आपका मन सही रहेगा। अच्छे स्वास्थ्य के साथ सेवानिवृत्त होना सबसे बड़ा धन है। प्रांत समिति प्रतिनिधि दयाल जी ने कहा कि विदाई शब्द आते ही मन भारी हो जाता है। अपनों का अपनों से बिछड़ना दुख देता ही है। विद्यालय के कोषाध्यक्ष सुदेश कुमार गौड़ ने कहा कि सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है सम्मान के साथ सेवानिवृत्त होना। आपने इस विद्यालय को अनेकों सफलताएं दी हैं। आचार्य मदन मोहन शर्मा द्वारा स्वरचित कविता पाठ किया। इसी के साथ उन्होंने कहा कि वास्तविक संपत्ति होती है आपसी संबंध। जब भी जीवन में कोई समस्या आई तो हमेशा साथ रहा। उन्होंने विद्यालय के वंदना विभाग को मां सरस्वती की मूर्ति भी सप्रेम भेंट की। आचार्य सुभाष शर्मा ने कहा कि जीवन में कभी धूप है कभी छांव है। ये एक परम्परा है कि एक उम्र के बाद ये दिन आना ही है। नए लोग आयेंगे, नई ऊर्जा के साथ ये स्वीकार करना है। वरिष्ठ आचार्य दिनेश सिंह ने मदन मोहन शर्मा आचार्य जी के कार्यकाल की उपलब्धियों को सभी के समक्ष प्रस्तुत किया। आचार्या अंजू वार्ष्णेय ने अपनी मधुर आवाज में विदाई गीत गाया जिसको सुनकर सभी भावुक हो गए। आचार्य चंद्रप्रकाश पाण्डेय ने आचार्य सुभाष शर्मा के कार्यकाल की उपलब्धियों को वर्णित किया। आचार्य सुरभि केला ने इस अवसर पर अपने विचारों के माध्यम से दोनों आचार्यों के विभिन्न पहलुओं को सभी के समक्ष रखा।विद्यालय परिवार द्वारा मदन मोहन शर्मा एवं सुभाष शर्मा को राधा कृष्ण की मूर्ति स्मृति के रूप में प्रदान की गई। विद्यालय के प्रधानाचार्य यशवीर सिंह द्वारा धन्यवाद ज्ञापन दिया। इस अवसर पर विद्यालय के सभी आचार्य एवं आचार्या मौजूद रहे।